Vijayadashami 2024: विश्वनाथ धाम और अन्नपूर्णा मंदिर में पहली बार हुआ शस्त्रों की पूजा
न्यूज़ डेस्क : वतन की हिफाज़त (WKHNEWS24.COM) |
Vijayadashami 2024: विजयादशमी पर्व पर काशी में शस्त्र पूजन किया जाता है। विजयदशमी, जो शौर्य और वीरता का प्रतीक है। यह शौर्य का प्रतीक होता है। शनिवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम एवं मां अन्नपूर्णा मठ मंदिर में विधिवत शस्त्र पूजन किया गया। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में शिव जी के त्रिशूल, धनुष सहित अन्य शस्त्रों की पूजा की गई। वहीं, अन्नपूर्णा माता मंदिर में शस्त्र एवं ध्वज पूजन किया गया।
Vijayadashami 2024 के उपलक्ष में धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने इस समारोह को शास्त्रोक्त विधि से संपन्न किया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण ने इस समारोह को शास्त्रोक्त विधि से संपन्न किया। विजयादशमी, जिसे दशहरा भी कहा जाता है, दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध कर धर्म की स्थापना की। शस्त्र पूजन के माध्यम से हम शस्त्रों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं और उन्हें धर्म, सुरक्षा और सद्भावना के लिए उपयोग करने की प्रेरणा लेते हैं।
भारत की अखंडता और सुरक्षा के लिए प्रार्थना
श्रीकाशी विश्व नाथ मंदिर में समारोह के दौरान शस्त्रों की विधिपूर्वक पूजा की गई और उपस्थित जन समुदाय ने भारत की अखंडता और सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। इस आयोजन ने न केवल सांस्कृतिक धरोहर को सहेजा, बल्कि समाज में एकता और जागरूकता का संदेश भी दिया। इस प्रकार, विजयादशमी का यह पर्व सभी को प्रेरित करता है कि वे अपने जीवन में सच्चाई, धर्म और नैतिकता के मार्ग पर चलें।
विहिप एवं बजरंग दल ने किया शस्त्र पूजन, निकाली पदयात्रा
भारत में प्राचीन समय से शस्त्र पूजन प्रचलित है। भारतीय जीवन मूल्यों के रक्षा के लिए राष्ट्रीय बजरंग दल की स्थापना की गयी थी। अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल के तत्वाधान में विजय के इस पावन अवसर, विजयदशमी पर विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी भव्य शस्त्र-पुजन व वीर हनुमान हिन्दु सुरक्षा यात्रा निकाली गयी। इस दौरान वाराणसी के श्रीराम मंदिर गुरूधाम में पुजन और वैदिक ब्राह्मण विधि-विधान के साथ ही यज्ञ को सम्पन्न कराया गया। पदयात्रा मंदिर प्रागण से निकलकर खोजवां, दशमी से होकर सुन्दरपुर स्थित श्री मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर पर प्रसाद वितरण के साथ सम्पन्न हुआ। यात्रा में प्रभु श्रीराम, माता जानकी, भैय्या लक्ष्मण व हनुमान जी और उनकी वानर सेना के स्वरूप के साथ सैकड़ों भक्त ‘हर हर महादेव’ ‘जय श्री राम’ उद्घोष के साथ चलते रहे।
शक्ति का आह्वान
शस्त्र पुजन का मुख्य उद्देश्य हिन्दू परम्परा व मान्यताओं की रक्षा के लिए, हिन्दू समाज में विजयदशमी के दिन शक्ति का आवाहन करके हिन्दू हर घर के प्रत्येक परिवार में शस्त्रों का विधिवत पुजन किया जाता था। जबकि शस्त्र पुजन आज के समय के परिप्रेक्ष्य में हिन्दू समाज के हितो की रक्षा के लिए बहुत आवश्यक है। विधिवत पूजन में विश्वू हिन्दू परिषद के क्षेत्रिय महामंत्री धनन्जय सिंह, प्रांतीय महामंत्री तरूण शुक्ला व प्रान्त संगठन महामंत्री संजय दूबे, अशोक सिंह (राष्ट्रीय छात्र परिषद के प्रान्त महामंत्री) विशेष अतिथि के रूप में रहे। पुजन और यात्रा का संचालन श्रवण कुमार मौर्य व हरिनाथ सिंह ने एवं धन्यवाद ज्ञापन अर्जुन कुमार मौर्य महामंत्री राष्ट्रीय बजरंग दल काशी प्रान्त ने किया।