
Report By:- Santosh Kumar Mishra (Bureau chief- Pratapgarh)Edited By:- Maan Singh (Uttar Pradesh Bureau) |
Sitapur: सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की हत्या के बाद परिजनों और पुलिस में झड़प हो गई है। परिजन शव को लेकर प्रदर्शन करने जा रहे थे, तभी पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद भीड़ और पुलिस में जमकर धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान भीड़ ने इंस्पेक्टर अनूप शुक्ला का कॉलर भी पकड़ लिया। कल दोपहर में पत्रकार राघवेंद्र की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या (Sitapur journalist murder case) कर दी थी। देर रात शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। रात में पुलिस शव परिजनों को सौंप दिया, लेकिन परिजनों कहा-जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
4 लेखपाल समेत 8 लोग हिरासत में
सीतापुर में पत्रकार हत्याकांड (Sitapur journalist murder case) मामले में पुलिस ने 4 लेखपाल समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा कि कुछ दिन पहले राघवेंद्र ने धान खरीद में अनियमितता को लेकर खबर छापी थी। इसके बाद चार लेखपालों को नोटिस जारी किया गया था। पुलिस ने लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष अनीश द्विवेदी, लेखपाल राम सिंह राणा, प्रतीक गुप्ता और डीपी सिंह को हिरासत में लिया है। इसके अलावा, राघवेंद्र के पड़ोसी रिटायर फौजी और तीन अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए थाने में बैठाया है।कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार को राघवेंद्र के परिजनों से मुलाकात की। अजय राय ने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
CCTV में दिखे बदमाश
घटना का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। 1 मिनट 33 सेकेंड के एक फुटेज में शनिवार दोपहर 2:52 बजे पत्रकार राघवेंद्र बाइक से जाते दिख रहे हैं। 20 सेकेंड के बाद दोपहर 2:53 बजे उनके पीछे एक बाइक पर दो युवक दिख रहे हैं।इसमें बाइक चला रहा युवक मुंह पर रुमाल बांधे हुए है। इसके 5 सेकेंड बाद एक ब्लैक थार जाती हुई दिख रही है। ये फुटेज घटना से कुछ मिनट पहले का है। फुटेज में दिख रहे बाइक सवार दोनों युवकों ने राघवेंद्र पर फायरिंग की थी। ये बाइक और थार कार राघवेंद्र का पीछा कर रही थीं।
अब विस्तार से जानिए पूरा मामला
सीतापुर (Sitapur) में लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे (एनएच-30) पर इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत हेमपुर रेलवे क्रासिंग के पास बने ओवर ब्रिज पर पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई (36) की शनिवार दोपहर 3:00 बजे ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी महोली कस्बा निवासी राघवेंद्र की बाइक को बाइक सवार बदमाशों ने पहले टक्कर मारकर गिराया। जमीन पर गिरते ही अंधाधुंध फायरिंग की और मौके से फरार हो गए थे। पुलिस ने राघवेंद्र को अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। राघवेंद्र के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा 8 साल की बेटी अस्मिता और 10 साल का बेटा आराध्य है।
फोन आने के बाद घर से निकले थे राघवेंद्र
तहसीलदार सदर और पत्रकार के बीच वॉट्सऐप चैट सामने आया है। इसमें पत्रकार ने शनिवार को मुलाकात के लिए तहसीलदार से समय मांगा था। तहसीलदार ने थाना दिवस का हवाला देते हुए 2 बजे के बाद तहसील में मिलने के लिए बुलाया था। बताया जा रहा है कि राघवेंद्र तहसीलदार से मिलने के लिए जा रहे थे।
आईजी रेंज ने की परिजनों से मुलाकात
घटना की सूचना पर आईजी रेंज प्रशांत कुमार भी शनिवार देर रात सीतापुर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का मुआयना किया। रविवार को उन्होंने राघवेंद्र के परिजनों से मुलाकात की। आईजी रेंज ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया।
इस तरीके से एक पत्रकार की हत्या हो जाना गलत है- रेखा वर्मा
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा परिजनों से मुलाकात करने पत्रकार के घर पहुंचीं। परिवार को आर्थिक सहायता सहित हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाजपा रेखा वर्मा ने कहा, राघवेंद्र बहुत ही निडर पत्रकार था। वो हमेशा गरीबों की मदद किया करता था। इस तरीके से एक पत्रकार की हत्या हो जाना गलत है। मैं परिवार वालों के साथ हूं। परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।
पत्रकार की लिखी खबरों से कई लोग थे परेशान, 10 दिन पहले भी धमकी
अभी तक हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। सूत्रों से पता चला है कि पत्रकार की लिखी गई खबरों से सरकारी अधिकारियों समेत कई लोग काफी परेशान थे। राघवेंद्र के परिजन जय प्रकाश ने दावा किया कि राघवेंद्र को 10 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी। इसके बाद ही यह वारदात हो गई।
अजय राय बोले- पूरे प्रदेश में जंगलराज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय रविवार सुबह राघवेंद्र के घर पहुंचे। अजय राय ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। परिवार को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिया। कहा- प्रदेश में जंगल राज है। योगी सरकार केवल धूल पीट रही है। योगी सरकार अपनी हेकड़ी और बात कहने में मस्त है।उन्होंने कहा- पूरे प्रदेश में तबाही मची हुई है। कानून व्यवस्था के नाम पर केवल फर्जी एनकाउंटर और हत्याएं हो रही हैं। अजय राय ने सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
सीतापुर (Sitapur) में 36 साल के एक पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार दोपहर बाइक सवार हमलावारों ने पहले राघवेंद्र की बाइक को टक्कर मारी। फिर राघवेंद्र के गिरते ही उन पर तीन राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गए। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे।
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