Lucknow :1090 महिला कर्मचारियों की बस रोककर पथराव, एएसपी ने दर्ज कराया मुकदमा

Lucknow
1090 महिला कर्मचारियों की बस रोककर पथराव, एएसपी ने दर्ज कराया मुकदमा
Report By –Banarsi (Lucknow Correspondent)
Edited By- Maan Singh (Uttar Pradesh Bureau)

Lucknow : लोहिया पथ पर जियामऊ पुलिस चौकी के पास अराजकता कर रहे लोगों ने आधी रात (Women Power Line) वीमेन पावर लाइन (1090) की गाड़ी रोक ली। चालक और उसमें सवार 1090 की महिला कर्मियों से अभद्रता और गाली गलौज की। विरोध पर गाड़ी में तोड़फोड़ की। गौतमपल्ली थाने में सतीश यादव व अन्य अज्ञात हमलावरों पर गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।

राजधानी लखनऊ (Lucknow) के गौतम पल्ली थाना क्षेत्र में 8 सितंबर की रात को एक गंभीर घटना सामने आई, जब कुछ अराजक तत्वों ने महिला कर्मचारियों को ले जा रही बस पर पथराव कर दिया। यह घटना जियामऊ इलाके के पास घटित हुई, जब महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (1090) के कार्यालय से लौट रही बस पर अचानक कुछ दबंगों ने हमला कर दिया। इस घटना में बस के शीशे तोड़ दिए गए, जिससे बस में सवार महिला कर्मचारी घबराकर शोर मचाने लगीं। घटना के बाद बस चालक ने स्थिति को संभालते हुए बस को वहां से निकाल लिया। मामले में आरोपियों के खिलाफ एएसपी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

रात में महिला कर्मचारियों को घर छोड़ रही थी बस

घटना लखनऊ (Lucknow) में उस वक्त हुई, जब 1090 कार्यालय में कार्यरत महिला टेली-कॉलर और महिला सिपाही नाइट ड्यूटी खत्म करने के बाद घर जाने के लिए बस में सवार थीं। बस उन्हें सुरक्षित घर छोड़ने के लिए जा रही थी, जिसे ड्राइवर शेषबिंद चला रहे थे। रात करीब 12:00 बजे, बस 1090 चौराहे से लोहिया पथ होते हुए जियामऊ के पास पहुंची, तभी अचानक बस के सामने कुछ अराजक तत्व आ गए और उन्होंने बस को रोकने की कोशिश की।

पथराव के दौरान टूटी बस के शीशे

बस के सामने अचानक से आए आरोपियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। ड्राइवर शेषबिंद ने जब उन्हें रोका और विरोध किया, तो आरोपियों ने पथराव कर दिया। इस हमले में बस के शीशे टूट गए और अंदर बैठी महिला कर्मचारी डर के मारे चिल्लाने लगीं। बस चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत बस को वहां से निकालकर कर्मचारियों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया।

ड्राइवर ने दी अधिकारियों को जानकारी

घटना के बाद, ड्राइवर शेषबिंद ने 1090 कार्यालय लौटकर उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। अगले दिन, 9 सितंबर को, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के स्टाफ अफसर विजय त्रिपाठी ने गौतम पल्ली कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर के आधार पर गौतम पल्ली थाने में आरोपियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी से रोकने और धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। ड्राइवर ने आरोपियों की पहचान में सतीश यादव का नाम लिया है, जो इस घटना में शामिल था। पुलिस ने सतीश यादव और उसके साथियों की तलाश शुरू कर दी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किए जाने की उम्मीद है।

महिला कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल

राजधानी लखनऊ (Lucknow) में इस घटना ने एक बार फिर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। देर रात ड्यूटी कर लौट रही महिला कर्मचारियों के साथ इस तरह की घटना होना गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। महिला सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा और भी ठोस उपाय किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है।

घटना के बाद लखनऊ पुलिस और प्रशासन की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे। महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की बसों के मार्गों पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अंत में, लखनऊ के इस गंभीर घटना से प्रशासन की सतर्कता और महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता पर सवाल उठे हैं, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई से मामले में न्याय मिलने की उम्मीद है।

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