Kanpur News: जिले में बारिश ने ढाया कहर, वृद्धा सहित दो की मौत, पिता-पुत्र घायल
News Desk: WKHNEWS24 |
Kanpur News: कानपुर शहर में मंगलवार शाम से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लगातार आठ से दस घंटे बारिश से पूरा शहर पानी में डूब गया। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से कच्चे मकान गिरने की घटनाएं सामने आईं हैं। जानकारी के अनुसार, दो लोगों की मौत हुई है, कुछ लोग घायल हुए हैं। सभी घटनाएं बिधनू, साढ़, बिठूर थाना अंतर्गत हुई है। सूचना होते ही स्थानीय पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पहला हादसा
कानपुर में (Kanpur News) साढ़ थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी 70 साल की चद्रकली के गांव में दो मकान हैं। दोनों मकान कच्चे बने हुए हैं। एक मकान में चंद्रकली के दोनों बेटे जगमोहन और जगन्नाथ अपने परिवार के साथ रहते हैं। एक मकान में चंद्रकली रहती थी। बेटों ने बताया कि देर शाम से रुक रुककर हो रही बारिश से उनके घर की कच्ची छत ढह गई। छत ढहने से चारपाई पर सो रही उनकी 70 वर्षीय मां चंद्रकली की मिट्टी में दबकर मौत हो गई। आवाज सुनकर वे मौके पर पहुंचे। घर का कमरा पूरी तरह से गिरा पड़ा था। घर के बाहर खड़ी दो बाइक भी मिट्टी में दब गई। उन्होंने मिट्टी हटाकर मां का शव बाहर निकाला।
दूसरी घटना
साढ़ थाना क्षेत्र के बरईगढ़ गांव निवासी केंद्र कुमार सोनकर ने बताया कि वह अपनी पत्नी विनीता और चार बच्चों के साथ कमरे में लेटा था। देर रात तेज बारिश के चलते कच्ची छत गिर गई, जिसमे पूरा परिवार दब गया। मिट्टी में दबने से उनकी पत्नी विनीता, बच्चे सचिन, प्रिया, अनुराग और दिव्या मिट्टी में दबकर घायल हो गए। शोर सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने मिट्टी हटाकर परिवार को बाहर निकाला। सभी को मामूली चोंट आई है।
तीसरी घटना
बिठुर थाना क्षेत्र के टिकरा गांव में वर्षा के कारण कच्चा मकान ढह गया। मकान ढहने से तीन लोग दब गए। घर में छूना कमल, उनकी पत्नी रानी देवी (36) और पुत्र रजत घर पर निवास करते हैं। छूना कमल, रानी देवी और उनका बेटा रजत अपने घर में छप्पर के नीचे सोये थे। रात्रि में काफी तेज बारिश के कारण मिट्टी से बनी कच्ची दीवाल ढह जाने के कारण तीनों उसमें दब गए थे। शोर होते ही पड़ोसी आ गए और पुलिस को सूचना दी। जिन्हें पुलिस की सहायता से निकालकर अस्पताल ले गए थे। उपचार के दौरान रानी देवी को मृत घोषित कर दिया गया। छूना के हाथ में फैक्चर हो गया है और उसके बेटे रजत को मामूली चोट आई है।
चौथा हादसा
जानकारी के अनुसार, खड़ेसर गांव निवासी किसान श्रीराम यादव, गुनीराम यादव व हरिपाल सिंह के कच्चे मकान गांव में अलग-अलग मोहल्लों में बने हुए हैं। मंगलवार की शाम से तेज हवा के साथ हुई बारिश ने बुधवार तड़के सुबह तक थमने का नाम नहीं लिया। जैसे ही सुबह बारिश बंद हुई, गांव के तीनों किसानों के मकान के आधे-आधे हिस्से भरभरा कर गिर गए। हादसे के वक्त तीनों किसान परिवार के लोग घर के बाहर दैनिक कार्यों में व्यस्त थे, जिसके चलते बड़ा हादसा होने से टल गया।