
Report By- Maan Singh (Uttar Pradesh Bureau) |
Ayodhya Rape Case: अयोध्या में बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों के खून का नमूना DNA जांच के लिए लिया गया है। कोर्ट के आदेश पर जेल में दोनों आरोपियों के नमूने लिए गए। नमूनों को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है। उधर नाबालिग को क्वीन मेरी अस्पताल से वापस अयोध्या जिला महिला चिकित्सालय भेज दिया गया। जहां उसका इलाज जारी रहेगा। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के स्त्री व प्रसूति रोग विभाग क्वीन मेरी अस्पताल में बच्ची का गर्भपात कराया गया था।
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 14 वर्षीय किशोरी को शुक्रवार की शाम को अग्रिम इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, किशोरी की हालत अब खतरे से बाहर है। अस्पताल में पीड़िता के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। जिससे उसकी देखभाल में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे।
आरोपी को किया गिरफ्तार
अयोध्या में पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा में सामूहिक दुष्कर्म ((Ayodhya Gang Rape Case) ) का शिकार होने के बाद 14 साल 6 माह की किशोरी गर्भवती हो गई थी। उसके गर्भ में 12 सप्ताह का भ्रूण पल रहा था। आरोपी सपा नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान पर केस दर्ज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। 31 जुलाई को उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती किया गया था।
इसे भी पढ़े : Ayodhya Gang Rape Case: पीड़ित किशोरी का कराया गया सुरक्षित गर्भपात |
केजीएमयू मे कराया गया गर्भपात
नौ माह तक शिशु को गर्भ में रखकर प्रसव कराना संभव नहीं था। इस स्थिति में किशोरी और उसके परिजनों ने गर्भपात कराने पर सहमति दी। जिसे बाल कल्याण समिति ने भी मंजूरी प्रदान की। गर्भपात के दौरान किशोरी की जान को खतरा था और महिला अस्पताल में उचित संसाधनों की कमी थी। इस कारण 5 अगस्त को उसे केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया था। लखनऊ में किशोरी का गर्भपात किया गया और डीएनए सैंपल भी लिए गए। स्थिति में सुधार होने पर किशोरी को शुक्रवार की शाम को जिला महिला अस्पताल में फिर से भर्ती करा दिया गया। महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि किशोरी की हालत अब स्थिर है और उसे कड़ी सुरक्षा के साथ प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उसकी देखभाल कर रही है।
DNA जांच के लिए गए सैंपल
सामूहिक दुष्कर्म मामले में जेल में बंद दोनों आरोपियों के खून के नमूने डीएनए जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। इस मामले की विवेचना अधिकारी / थाना प्रभारी पूरा कलंदर, देवेंद्र सिंह ने जिला कारागार में अभियुक्तों के रक्त नमूने एकत्र करने की अनुमति के लिए विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट प्रथम निरुपमा विक्रम की अदालत में प्रार्थना पत्र दायर किया था। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के नामित चिकित्सक के साथ मंडल कारागार जाकर मोईद खान और राजू खान के रक्त नमूने लिए गए और एफएसएल लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं।
Leave a Reply