13 कोटेदारों पर सजातीय प्रत्याशी के प्रचार करने का लगा आरोप, फिर सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग
Report: Up Bureau
लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मी के बीच यूपी की गोंडा जिले में राष्ट्रीय लोक दल के जिलाध्यक्ष ने प्रशासन को पत्र देकर 13 कोटेदारों (Kotedars) पर लोकसभा चुनाव में अपने सजातीय प्रत्याशियों के प्रचार प्रसार करने तथा पीएम और सीएम के विषय में अनाप-शनाप बात करने का आरोप लगाया है। डीएसओ ने इन 13 कोटेदारों (Kotedars) को नोटिस देकर जवाब मांगा है। नोटिस मिलने के बाद कोटेदारों को लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर बहस छिड़ गई है। लोगों का कहना है कि यदि जाति विशेष के कोटेदारों (Kotedars) को चिन्हित कर नोटिस दी जाएगी। तो रिएक्शन आना ही है।
एक ही जाति विशेष के 13 कोटेदारों को नोटिस
यूपी के गोंडा जिले में 5 वें चरण में मतदान होना है। यहां पर मौसम की गर्मी के साथ- साथ चुनावी सरगर्मी भी पूरे चरम सीमा पर है। राजनीतिक दलों के प्रत्याशी वोट हथियाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। कोई मंच से भावुक हो रहा है। तो कुछ लोग जातीय समीकरण को धार दे रहे हैं। लेकिन इस बार मतदाताओं की चुप्पी ने सबको हैरान कर दिया है। नेताओं के हथकंडे बहुत कुछ प्रभाव नहीं डाल पा रहे हैं। मतदाताओं की चुप्पी क्या गुल खिलाएगी। इस विषय में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष की शिकायत पर लगभग एक ही जाति विशेष के 13 कोटेदारों को नोटिस देना सोशल मीडिया से लेकर गली चौराहों तक चर्चा का विषय बन गया है।
एसडीएम को दिए गए शिकायती पत्र
उपजिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में लोक दल के जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण सिंह ने एसडीएम को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि संसदीय क्षेत्र गोंडा के विधानसभा मेहनौन तथा गोंडा सदर विधानसभा के कुछ उचित दर विक्रेता एक दल के अपने सजातीय प्रत्याशी का प्रचार प्रसार करते हुए यूपी के सीएम और देश के पीएम के विषय में अनाप-शनाप बातें करते हैं। जिसके क्रम में जिला पूर्त्ति अधिकारी ने नोटिस जारी कर जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। नोटिस में 13 कोटेदारों के नाम जिन पर आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में जब एक सामाजिक कार्यकर्ता ने शिकायतकर्ता सूर्यनारायण सिंह से बात किया तो उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा कोई शिकायत नहीं किया गया है। किसी ने मेरे पैड का गलत इस्तेमाल किया है। वह शिकायत फर्जी है। लेकिन पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता से पुष्टि करने की जहमत नहीं उठाई। अब इस नोटिस को लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर चर्चा शुरू हो गई है।
सोशल मीडिया (Social Media) पर एक यूजर लिखते हैं कि जब बर्मा बिरादरी के कोटेदारों को टारगेट किया गया है। तो रिएक्शन तो आएगा ही साथ ही साथ वह लिखते हैं कि भाजपा किसी एक जाति विशेष की पार्टी नहीं है। वह सभी को लेकर साथ चलती है। ऐसे में अपनी करनी के अनुसार वोट मांगा जाए। इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन उनका नंबर ना मिलने के कारण उनका पक्ष नहीं दिया जा सका।